रविंद्र जडेजा ने शतक, भारत ने वेस्ट इंडीज को 140 रन से हराया
द्वारा लिखित निखिल भटनागर के रूप में टैग किया गया रविंद्र जडेजा भारत वेस्ट इंडीज अहमदाबाद टेस्ट

जब रविंद्र जडेजा, ऑल‑राउंडर of भारतीय क्रिकेट टीम ने 104 रन की नाबाद शतक और 4 विकेट (4/54) दोनों दे दिए, तो भारत ने अपना पहले टेस्ट को टॉस से लेकर समाप्ति तक अपना ही खेल बना लिया। यह लड़ाई पहला टेस्ट – वेस्ट इंडीज भारत दौरा 2025‑26अहमदाबाद के मैदान में 4 अक्टूबर, 2025 को घटित हुई, जहाँ वेस्ट इंडीज को 140 रन से इनिंग्स से ही मात मिली।

मैच का सारांश

पहले दिन भारत ने मजबूत शुरुआत की, शुबमन गिल (लगभग 73 रन) और रोहित शर्मा ने साझेदारी को 186 रनों तक ले जाया। फिर शुबमन गिल की देर रात की पारी के बाद, रविंद्र जडेजा ने क्रमशः 104* बनाए, जिससे भारत का पहला इनिंग 578/4 समाप्त हुआ। इस दौरान भारतीय स्पिनर कुंदिप यादव ने 1/23 के साथ समर्थन किया।

वेस्ट इंडीज ने पहले इनिंग में 337 रन बनाए, लेकिन तेज़ी से गिरते बिंदु पर 5 विकेट गिरने के बाद उनका मोमेंट टूट गया। दूसरे दिन के बाद, सभी स्पिनरियों के असर से, वेस्ट इंडीज का दूसरा इनिंग 146/9 पर ठहर गया – उनका कुल स्कोर 483, जिससे भारत को इनिंग्स से 140 रन का अंतर मिला।

रविंद्र जडेजा की शतक‑विकेट जंग

जडेजा ने न सिर्फ बैट में चमक दिखाई, बल्कि बॉलिंग में भी चार विकेट लेकर टीम को नियंत्रण में रखा। उनके 13 ओवर में 4/54 की पिच‑अनुकूल प्रदर्शन, विशेषकर 3 मेडेन (मेहंदी), ने विरोधी टीम को थका दिया। उन्होंने कहा, "मैंने इस पिच पर खुद को फिट करने के लिए काफी मेहनत की, फिटनेस और माइंडसेट दोनों ही जीत में योगदान दिया"।

बैटिंग में, जडेजा ने संख्या 6 पर अपना स्थान पक्का किया, जिससे वह ध्रुव ज़ूरल (विकेट‑कीपर) के साथ 84‑रन की साझेदारी बना सके। यह साझेदारी ने भारत को 286‑रन की लीड दे दी थी, जब केवल पाँच विकेट घटे थे।

वेस्ट इंडीज की संघर्ष

वेस्ट इंडीज के कप्तान क्रैग ब्रैथवेट, कप्तान of वेस्ट इंडीज ने अंत में कहा, "कैरीबियन में वित्तीय संघर्ष स्पष्ट है, पर हम इसे बहाना नहीं बना सकते। खिलाड़ियों को खुद ही रन और विकेट बनाने का तरीका ढूँढना होगा"।

ज्यादेन सील्स ने 11 गेंदों में 22 तेज़ रन बनाकर एक छोटा फ़्लैश बनाया, जबकि ख़ारी पियरे ने 28 गेंदों में 13 रन बनाए – दोनों ही बहुत धीमे रफ़्तार में चल पड़े क्योंकि स्पिनरियों का दबदबा बहुत ही कड़ा था। कुल मिलाकर, वेस्ट इंडीज ने अपने इतिहास में अहमदाबाद में सबसे कम बैटिंग औसत दर्ज किया।

भारतीय टीम की स्पिन रणनीति

भारतीय टीम की स्पिन रणनीति

इस जीत में भारत की स्पिन बॉलिंग ने निर्णायक भूमिका निभाई। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने पहले से ही कहा था कि नयी पिच पर स्पिनरियों को अधिक सहायता मिलेगी, और इस बात को जडेजा ने सिद्ध कर दिखाया। कुंदिप यादव ने भी टाइट लाइन में रन रोकते हुए, विशेषकर 2‑विकेट के अंतराल में, खेल को संतुलित किया।

विकेट‑कीपर ध्रुव ज़ूरल की तेज़ रिफ़्लेक्स और तेज़ी से बॉलिंग को पढ़ने की क्षमता ने भी भारतीय फ़ील्डिंग को अतिरिक्त सुरक्षा दी। इस तरह, सभी विभागों में टीम पर भरोसा बना रहा, जिससे वेस्ट इंडीज को ‘कठिन दौर’ झेलना पड़ा।

भविष्य की सम्भावनाएँ और श्रृंखला का असर

पहले टेस्ट की यह जीत भारत को 1‑0 की लीड दिलाती है, और आगामी टेस्ट, वन‑डे और T20 श्रृंखलाओं में मनोवैज्ञानिक बढ़त भी देती है। विशेषज्ञ कहते हैं कि अगर भारत अपनी स्पिन‑परक रणनीति को जारी रखे और युवा बॉलर जैसे कुंदिप यादव को आगे बढ़ाए, तो वे वेस्ट इंडीज को शफल करने में सक्षम होंगे।

दूसरी ओर, वेस्ट इंडीज को अपनी बैटिंग तकनीकों को पुनः देखना पड़ेगा, खासकर पीच के धीमे भागों में खेलने के लिए। वित्तीय संकट के बीच, कैरीबियन बोर्ड को युवा प्रतिभा को पोषित करने के लिए अधिक निवेश करना होगा, नहीं तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिता कठिन होती जाएगी।

मुख्य तथ्य

मुख्य तथ्य

  • मैच की तारीख: 4 अक्टूबर, 2025
  • स्थल: अहमदाबाद (सदर पटेल स्टेडियम)
  • इंडिया का कुल स्कोर: 578/4 (जडेजा 104*)
  • वेस्ट इंडीज का कुल स्कोर (दोनों इनिंग्स): 438
  • विजय अंतर: इनिंग्स से 140 रन
  • प्लेयर ऑफ द मैच: रविंद्र जडेजा

Frequently Asked Questions

इस जीत से भारतीय टीम को क्या लाभ है?

पहला टेस्ट जीतने से भारत को 1‑0 की अग्रिम स्थिति मिलती है, जिससे सीरीज़ के बाकी मैचों में मनोवैज्ञानिक दबाव कम होता है। साथ ही, स्पिनरियों की प्रभावशाली कामगिरी से घरेलू पिचों पर रणनीति को आगे भी भारी बनाया जा सकता है।

वेस्ट इंडीज ने इस हार में प्रमुख किस कारणों को माना?

कप्तान क्रैग ब्रैथवेट ने वित्तीय कठिनाइयों को स्वीकार किया, पर टीम ने अपनी तकनीकी तैयारी में गिरावट को भी माना। खासकर स्पिन बॉलिंग के खिलाफ देर से टेम्पो अपनाने में चूक और फील्डिंग में कमज़ोरियों ने उनके स्कोर को दबाव में डाल दिया।

रविंद्र जडेजा की शतक‑विकेट प्रदर्शन में क्या खास बात थी?

जडेजा ने क्रमशः 104* बनाते हुए ध्रुव ज़ूरल के साथ स्थायी साझेदारी स्थापित की, और फिर 13 ओवर में 4/54 की स्पिनिंग से विरोधी बैट्समैन को बार-बार सीमित किया। उनकी फिटनेस, माइंडसेट और पिच को पढ़ने की क्षमता ने इस दो‑पहलू प्रदर्शन को संभव बनाया।

भविष्य के टेस्ट में किन खिलाड़ियों पर नजर रखी जाए?

कुंदिप यादव की युवा स्पिन बॉलिंग, ध्रुव ज़ूरल की विकेट‑कीपिंग और शुबमन गिल की निरंतर फ़ॉर्म, भारत की अगली दो टेस्ट मैचों में मुख्य खिलाड़ी बनेंगे। वेस्ट इंडीज की तरफ से नई दहलीज पर युवा बॉलर जेसन कॅनिंगऍन की भूमिका देखी जाएगी।

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