दीपावली 2025 – तिथियों और रिवाज़ों का सम्पूर्ण मार्गदर्शन
जब हम दीपावली 2025, भारत का प्रमुख त्योहार जो अंधकार पर प्रकाश की जीत का प्रतीक है, दिवाली 2025 की बात करते हैं, तो सबसे पहले दिमाग में पंचांग आता है। पंचांग, सूर्य, चंद्रमा और ग्रहों की स्थितियों को दर्शाने वाला कैलेंडर बिना इस त्यौहार को समझे अधूरा है। यह बताता है कि किस दिन शुद्ध सूर्य अष्टमी, कावरी नक्षत्र और ब्रह्म मुहूर्त मिलते हैं, जिससे पूजा‑पाठ और दीप जलाने का सबसे शुभ समय तय होता है।
इस साल दीपावली 2025 कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष पर आती है, यानी अष्टमी से अनुष्ठान शुरू होते हैं और पौर्णमिया पर मुख्य उत्सव मनाया जाता है। कार्तिक माह, जो हिंदू कैलेंडर में शरद ऋतु का अंतिम महीना है, अक्सर उपवास, शुद्ध भोजन और आध्यात्मिक अभ्यास के लिए रखा गया प्रतिरूप निर्धारित करता है। इस माह के उपवास में विशेष तौर पर अन्नकूट और व्रत के नियम शामिल होते हैं, जो घर‑परिवार को एकजुट करने का काम करता है।
शुभ समय और प्रमुख रिवाज़
पंचांग के अनुसार, इस वर्ष दीपावली का मुख्य दिन 15‑नवंबर को पड़ता है, लेकिन तैयारी का असली शुरूआत अष्टमी यानी 13‑नवंबर से होती है। अष्टमी पर शुद्ध सूर्य अष्टमी, सूर्य देवता को समर्पित पूजा का विशेष दिन मनाया जाता है, जिसमें घर की साफ‑सफाई, किचन में शाकाहारी भोजन और दीप जलाना शामिल है। कई लोग इस दिन को घर‑परिवार में मिठाइयाँ बांटने और नये वस्त्र पहनने का अवसर मानते हैं।
पुत्र दिवाली, यानी अनुष्ठान का परिपूर्ण दिन, 15‑नवंबर को ब्रह्म मुहूर्त के साथ शुरू होता है। इस समय लालटेन और दीयों को घर‑आँगन में रख कर सूर्य की रोशनी को प्रतिबिंबित किया जाता है, जिससे बुराई दूर होती है। कई शहरों में सार्वजनिक रूप से जलती हुई आतिशबाज़ियां भी होती हैं, लेकिन घर में शांति और आध्यात्मिकता पर ज़ोर दिया जाता है।
ध्यान रहे, शुभ समय, विवरण कि कब कार्य करना फायदेमंद है पंचांग में बताया गया हो तो ही रिवाज़ करना चाहिए, क्योंकि इससे ऊर्जा का सही प्रवाह बना रहता है। अगर आप व्यस्त शेड्यूल में हैं तो भी यह समय‑तालिका आपको अपने रिवाज़ को सही क्रम में रखने में मदद करेगी।
इन सभी पहलुओं को समझने के बाद, आप अपनी योजना को आसान बना सकते हैं। उदाहरण के लिए, यदि आप इस वर्ष दीयों की सजावट में नई तकनीक अपनाना चाहते हैं, तो पुरानी रिवायतों को आधुनिक एलईडी लाइट्स से जोड़ सकते हैं, जिससे ऊर्जा बचत भी होगी और माहौल भी रोशन रहेगा।
अंत में, जब आप इन तिथियों को अपनी कैलेंडर में नोट कर लेंगे और पंचांग के अनुसार शुभ समय तय करेंगे, तो आपका दीपावली 2025 का अनुभव और भी विशेष बन जाएगा। नीचे दी गई लेख सूची में आप पाएँगे विस्तृत ताजगीभरी जानकारी – जैसे कि 12 अक्टूबर का पंचांग, सूर्य पूजा की महत्ता, और इस साल के अन्य महत्वपूर्ण त्यौहारों की तैयारी। इन लेखों को पढ़कर आप अपने परिवार के साथ मिलकर एक सुगम, सधारन और यादगार दीपावली जश्न व्यवस्थित कर पाएँगे।