नई दिल्ली, एजेंसी। मंगलवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने जम्मू कश्मीर सरकार में शामिल पार्टी के सभी मंत्रियों और कुछ शीर्ष नेताओं के साथ नई दिल्ली में बैठक की। बैठक के बाद जम्मू-कश्मीर में पीडीपी के साथ गठबंधन से भाजपा ने खुद को अगल करने का फैसला किया। संवाददाताओं को संबोधित करते हुए भाजपा महासचिव राम माधव ने कहा कि हमने पार्टी के सभी सदस्यों के सहमती से यह फैसला लिया है। राममाधव ने कहा कि हमने राज्यपाल को इस विषय में चिठ्ठि भेज दी है।
माधव ने पत्रकारों से कहा कि जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है, इस बात को ध्यान में रखते हुए और राज्य में मौजूदा स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए हमने फैसला किया कि राज्य में शासन की बागडोर राज्यपाल को सौंपी जाए। भाजपा नेता ने कहा कि राज्य में पीडीपी गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रही थी, लेकिन वह स्थिति को नियंत्रित करने में नाकाम रही।
उन्होंने कहा कि फिलहाल घाटी की स्थिति बहुत खराब है। राम माधव ने कहा कि महबूबा मुफ्ती ने हमें हमेशा हाशिए पर रखा। राम माधव ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में गठबंधन सरकार में बने रहना भाजपा के लिए मुश्किल हो गया था। मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। इसके साथ ही प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया।
जम्मू कश्मीर में पीडीपी के 28 और बीजेपी की 25 सीटें है। राम माधव ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में कट्टरता और आतंकवाद बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने महबूबा सरकार को हर तरह से मदद दी पर राज्य सरकार से हमें कोई सहयोग नही मिला।