दिल्ली मेल संवाददाता
नई दिल्ली। अखिल भारतीय कुशवाहा महासभा के तत्वावधान में राष्ट्रीय सामाजिक जागृति महासम्मेलन का आयोजन तालकटोरा स्टेडियम में डॉ. मोतीलाल कुशवाहा (गोल्फ गुरु) की अध्यक्षता में किया गया। सम्मेलन में आए हुए सभी अतिथियों का स्वागत कुशवाहा समाज दिल्ली के अध्यक्ष उदय शंकर कुशवाहा ने फूल मालाओं से किया। सम्मेलन का शुभारम्भ बौध धर्म गुरु लाम्बा लोबजंग के त्रिशरण से हुआ। जिन्होंने अपने आशीर्वचनों से सबको कल्याण का मार्ग बताया। इस दौरान सम्मेलन का मंच संचालन महासभा के प्रधान महासचिव शिवशरण कुशवाहा ने किया।
महासम्मेलन को कई गणमान्य लोगों ने संबोधित किया। पुर्व आई ए एस अधिकारी ओ पी सैनी ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए शिक्षा से शक्ति अर्जित करने की सलाह दी। वहीं महासभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष काशी राम देहलवार ने अपने भाषण में इस बात पर जोर दिया कि जो आदमी समाज का काम करे उसे ही महत्व दिया जाना चाहिए। अखिल भारतीय सैनी सेवा समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष दीलबाग सैनी ने अपने आपसी मतभेद को भूलाकर समाज को मजबूत बनाने पर बल दिया। महासम्मेलन में झारखंड के विधायक जयप्रकाश वर्मा ने समाज में आपसी सौहार्द और एकता बनाने का अहवान किया। झारखंड के ही विधायक शिवपूजन मेहता ने अपने ओजस्वी भाषण से सबके मनोबल को मजबूत करने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि जिस राजनीतिक दल का गैरराजनीतिक समाजिक संगठन मजबूत नहीं होता वह दल कभी चिरस्थायी नहीं हो सकता। माननीय सांसद कुशवाहा रामकुमार शर्मा ने अपने समाज के अतीत को याद कराते हुए अपने आपको वर्तमान याचक की स्थिति से उबरकर फिर से दाता की पक्ति में आने का आहवान किया।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए पुर्व केंद्रीय मंत्री एवं महासम्मेलन के मुख्य अतिथि माननीय उपेन्द्र कुशवाहा ने विपरीत मौसम के बावजूद बडी संख्या में लोगों की भागीदारी के लिए सबको बधाई दिया और समाज के विकास में महिलाओं का एक्टिव सहयोग का अह्वान किया। उन्होंने समाज के विभिन्न संगठनों से एक होने का अनुरोध किया जिससे कि संगठित शक्ति से अपने खोये हुए गौरव को प्राप्त किया जा सके।
चौधरी इन्द्राज सैनी, मुख्य संरक्षक, सैनी सेवा समाज ने माननीय सांसद उपेन्द्र कुशवाहा के बताए गए सुझावों पर अमल करने का अह्वान किया। अखिल भारतीय कुशवाहा महासभा के मुख्य संरक्षक मोतीलाल शास्त्री ने समाजिक संगठनों को समाजिक कार्यों पर ध्यान देने की बात कही। सम्मेलन को महासभा के संरक्षक जुगल किशोर कुशवाहा ने सम्बोधित किया। वहीं रामलखन कुशवाहा हमें शक्ति तभी मिलेगी जब हमें कानून बनाने की चाभी हमारे हाथ होगी और इसके लिए हमें अपनी राजनीतिक पहचान बनानी होगी। कुशवाहा समाज दिल्ली की महिला अध्यक्षा प्रेम लता कुशवाहा ने समाज में महिलाओं की भागीदारी पर बल दिया।