दिल्ली मेल संवाददाता
नई दिल्ली। यमुना विहार इलाके में डीडीए द्वारा विजय पार्क से यमुना विहार सी-10 को जोड़ने वाले आम रास्ते को बंद करने पहुंची डीडीए दस्ते को भारी विरोध के बाद वापस लौटना पड़ा। इस रास्ते को बन्द करने को लेकर सुभाष मुहल्ला वार्ड से आम आदमी पार्टी की निगम पार्षद रेखा त्यागी एवं यमुना विहार से भाजपा के निगम पार्षद प्रमोद गुप्ता आमने-सामने आ गए हैं। दरअसल रेखा त्यागी इस रास्ते को बंद करने का विरोध कर रहीं है तो प्रमोद गुप्ता इसका समर्थन कर रहे हैं।
डीडीए द्वारा रास्ता बंद करने के लिए दिवार बनाए जाने की जानकारी जैसे ही आम आदमी पार्टी की पाषर्द रेखा त्यागी को लगी तो वे भी मौके पर पहुंच गई और उन्होंने भी इसका विरोध करते हुए दीवार जहां बन रही थी, उसी दीवार के ऊपर बैठ गई। इस दौरान भारी संख्या में डीडीए अधिकारियों के साथ पुलिस बल भी मौजूद था, लेकिन जब स्थानीय लोगों ने डीडीए से रास्ता बंद करने के आदेश की लिखित कॉपी मांगी तो उनके पास मौजूद नहीं थी। इसके बाद लोगों ने जमकर हंगामा किया। रेखा त्यागी ने बताया कि यह गली विजय पार्क और यमुना विहार को जोड़ने का मुख्य रास्ता है।
इस गली से रोजाना हजारों स्कूली बच्चे यमुना विहार स्थित स्कूल आते-जाते हैं। अगर यह रास्ता बंद हो गया तो विजय पार्क में रहने वाले लोगों को काफी परेशानी होगी।
निगम पार्षद प्रमोद गुप्ता ने बताया कि यमुना विहार सी-10 ब्लॉक में सालों पहले डीडीए की 5-6 फीट की दीवार थी। यमुना विहार का जो नक्शा है उसमें भी दीवार का जिक्र है। सालों पहले इस दीवार को तोड़कर अवैध रूप से रास्ता बना लिया गया। दीवार के दूसरी तरफ विजय पार्क और नूर ए इलाही का इलाका लगता है। इस ब्लॉक में रहने वाले लोगों ने जब दीवार को बनवाना चाहा तो दूसरी तरफ रहने वाले लोगों ने इसका विरोध किया। तब कॉलोनी के लोगों ने दिल्ली के एलजी से सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दीवार दोबारा बनवाने की मांग की।
उनका कहना है कि एलजी ने दीवार बनाने के आदेश भी जारी कर दिए थे, लेकिन राजनीतिक कारणों से मामला अब तक लटका है। निगम पार्षद प्रमोद गुप्ता का कहना है कि अगर कायदे कानून की बात की जाए तो दीवार बननी चाहिए। क्योंकि यह रास्ता पूरी तरह से अवैध है।